शीतकालीन ओलंपिक में अमेरिका के कोल्बी स्टीवेन्सन ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्कीइंग बिग एअर प्रतिस्पर्धा में बुधवार को रजत पदक जीता। 24 वर्षीय कोल्बी छह साल पहले कार दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने उम्मीद नहीं की थी कि वह कभी भी ओलंपिक खेल पाएंगे। हालांकि, उन्होंने न सिर्फ शीतकालीन ओलंपिक में बाग लिया बल्कि रजत पदक भी अपने नाम किया। कोल्बी अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्होंने गंभीर चोट से जूझने के बाद सफलता हासिल की है। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, नवाब पटौदी, मारिया सारापोवा और टाइगर वुड्स जैसे खिलाड़ी भी चोट से लड़कर सफलता हासिल कर चुके हैं।
1. कोल्बी स्टीवेन्सन
साल 2016 में कोल्बी स्टीवेन्सन सड़क दुर्घटना का शिकार हुए थे। इस दुर्घटना में उनके सिर की 30 हड्डियां टूट गई थीं। इसके अलावा उनके नाक, जबड़ा और आंख में गंभीर चोट लगी थी। कोल्बी, जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वह जिंदा बचेंगे। हालांकि, पांच महीने बाद ही उन्होंने फिर से स्कीइंग शुरू कर दी। अपने जज्बे के दम पर कोल्बी ने अपनी पुरानी लय हासिल की और 2022 शीतकालीन ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया।
2. नवाब पटौदी
20 साल की उम्र में नबाव पटौदी का भीषण कार एक्सीडेंट हुआ था। इस दुर्घटना में कार का शीशा उनकी दाईं आंख में जा घुसा था। इसके बाद उनकी वह आंख खराब हो गई थी और छह महीने तक वह बिस्तर पर रहे थे। डॉक्टरों ने उन्हें क्रिकेट खेलने से मना कर दिया था, लेकिन इसके पांच महीने बाद ही पटौदी ने अपने करियर का पहला मैच खेला। बल्लेबाजी करते समय उन्हें दो गेंदें दिखाई देती थीं, लेकिन उन्होंने तय किया कि जो गेंद अंदर आएगी, उसी पर शॉट खेलेंगे। वो बल्लेबाजी के दौरान टोपी से अपनी दाईं आंख छिपा लेते थे। इससे उन्हें एक ही गेंद दिखती थी। पटौदी ने 40 टेस्ट में भारत की कप्तानी की और नौ मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलाई, जबकि 19 में हार का सामना करना पड़ा।
3. मारिया शारापोवा
टेनिस स्टार मारिया शारोपोवा को साल 2008 में कंधे की चोट लगी थी। टेनिस जगत में उस समय तक कोई भी दूसरा खिलाड़ी इतनी गंभीर चोट से ऊबर कर मैच नहीं खेल पाया था। हालांकि, शारापोवा ने न सिर्फ इस चोट के बाद वापसी की बल्कि तीन साल के अंदर ही वह दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी बन गईं। उन्होंने अपने करियर में 40 मिलियन डॉलर की कमाई टेनिस मैच की ईनामी राशि से की। मैच के जरिए कमाई के मामले में वह सिर्फ सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स से पीछे हैं।
4. सेरेना विलियम्स
2015-16 में सेरेना विलियम्स को लगातार कंधे और घुटने की चोट से जूझना पड़ा था। लगातार चोटिल होने से वह परेशान हो चुकी थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 2017 में ऑस्ट्रेलियन ओपेन अपने नाम किया। इसके साथ ही उन्होंने सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने की रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इसके बाद सेरेना चार अलग-अलग दशकों में टेनिस का खिताब जीतने वाली खिलाड़ी बनीं। मां बनने के बाद उन्होंने 2020 में एएसबी क्लासिक अपने नाम किया।