बीएचयू में शनिवार को वसंत पंचमी के मौके पर 107वां स्थापना दिवस पर परंपरागत तरीके से मनाया गया। ट्रामा सेंटर परिसर स्थित स्थापना स्थल पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्पांजलि अर्पित कर हवन, पूजन किया। उन्होंने कहा कि महामना ने जिस सोच, मूल्यों के आधार पर विश्वविद्यालय की स्थापना की, उसका अनुसरण करते हुए ही आगे बढ़ने की जरूरत है।
स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि वसंत पंचमी वैसे तो देश भर के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है, लेकिन काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना इसी दिन होने की वजह से ही विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों के लिए इस दिवस का महत्व विशेष रूप से है।
इस बात का जरूर ख्याल रखना चाहिए कि सौ साल से अधिक समय पहले महामना मालवीय ने बिना किसी तकनीक व संसाधनों के ऐसे विशाल संस्थान को खड़ा किया, जिसने एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान कुलपति ने हवनकुंड में आहूति देकर विश्वविद्यालय के निरंतर विकास की कामना की। कार्यक्रम में कुलगुरू प्रो. वी. के. शुक्ला, कुीललसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी आदि लोग मौजूद रहे।
स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि वसंत पंचमी वैसे तो देश भर के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है, लेकिन काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना इसी दिन होने की वजह से ही विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों के लिए इस दिवस का महत्व विशेष रूप से है।
इस बात का जरूर ख्याल रखना चाहिए कि सौ साल से अधिक समय पहले महामना मालवीय ने बिना किसी तकनीक व संसाधनों के ऐसे विशाल संस्थान को खड़ा किया, जिसने एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान कुलपति ने हवनकुंड में आहूति देकर विश्वविद्यालय के निरंतर विकास की कामना की। कार्यक्रम में कुलगुरू प्रो. वी. के. शुक्ला, कुीललसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी आदि लोग मौजूद रहे।