प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दीपावली के दिन भगवान राम के नाम पर गंगा जमुनी तहजीब बुलंद हुई। मुस्लिम महिलाओं ने भगवान राम की पूजा और आरती कर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया। आरती के बाद मुस्लिम महिलाओं ने दिवाली की खुशियां एक दूसरे के साथ साझा की।
एक तरफ अयोध्या लाखों दीपों से जगमगा रही है, वहीं दूसरी ओर काशी की मुस्लिम महिलाओं ने भगवान राम की आरती उतारी। दुनिया को धार्मिक हिंसा से बचाने के लिए प्रभु श्री राम की आरती उतारी गई।विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में लमही के सुभाष भवन में मुस्लिम महिलाओं द्वारा श्रीराम महाआरती का आयोजन हुआ।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि धर्म बदलने से पूर्वज नहीं बदल जाते। प्रत्येक भारतवासी के पूर्वज प्रभु श्रीराम हैं। वाराणसी की ये मुस्लिम महिलाएं बीते 15 वर्षों से भारतीय सांस्कृतिक एकता का संदेश देती आ रही हैं।
एक तरफ अयोध्या लाखों दीपों से जगमगा रही है, वहीं दूसरी ओर काशी की मुस्लिम महिलाओं ने भगवान राम की आरती उतारी। दुनिया को धार्मिक हिंसा से बचाने के लिए प्रभु श्री राम की आरती उतारी गई।विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में लमही के सुभाष भवन में मुस्लिम महिलाओं द्वारा श्रीराम महाआरती का आयोजन हुआ।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि धर्म बदलने से पूर्वज नहीं बदल जाते। प्रत्येक भारतवासी के पूर्वज प्रभु श्रीराम हैं। वाराणसी की ये मुस्लिम महिलाएं बीते 15 वर्षों से भारतीय सांस्कृतिक एकता का संदेश देती आ रही हैं।