तीनों लोक से न्यारी काशी में गंगा तट पर 19 नवंबर की शाम देवलोक की निराली छटा दिखेगी। मौका होगा, देव दीपावली महोत्सव का। प्राचीन शहर के इस विश्वप्रसिद्ध दीपोत्सव को निहारने के लिए देश दुनिया से सैलानी उमड़ेंगे। तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस बार काशी को कुछ इस तरह सजाएं मानों धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। घाटों को झालर से सजाया गया है।
रंगबिरंगी रोशनी से बेहद सुंदर नजारा बना है। घाटों को दीयों से रोशन करने के लिए केंद्रीय देव दीपावली महासमिति की ओर से बृहस्पतिवार को पांच स्थानों पर दीया, बाती का वितरण किया गया। महासमिति के अध्यक्ष वागीशदत्त शास्त्री ने बताया कि करीब 70 फीसदी समितियों को दीया, बाती का वितरण किया गया।
देव दीपावली पर 22 प्रमुख घाटों पर आरती की जाएगी। जबकि सभी 84 घाट दीयों से सजाए जाएंगे। राजघाट से अस्सी तक अद्भुत, अलौकिक और दिव्य दीपावली की झलक पाने को देश ही नहीं दुनिया भर के लोग उमड़ेंगे।
नये अस्सी घाट पर गंगा सेवा समिति के तत्वावधान में रंगोली के माध्यम से अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर दरबार को सजाया जाएगा। सुबह ए बनारस के तरफ से 5100 दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। तुलसी घाट पर अखाड़ा स्वामीनाथ की ओर से कृष्णलीला में रावण वध का मंचन होगा। यहां संकट मोचन मंदिर की ओर से आकर्षक सजावट की गई है। घाट के ऊपरी हिस्से को झालर से सजाया गया है। भदैनी घाट पर 21 हजार दीप जलाने का बंदोबस्त किया गया है। जैन घाट पर जैन मुनियों के संदेश लोगों को अहिंसा का संदेश देंगे।
चेत सिंह घाट पर म्यूजिकल लेजर शो आकर्षण का केंद्र होगा। पिछले साल के 12 लेजर के मुकाबले 24 लेजर लगाए गए हैं। मूविंग हेड 160 के मुकाबले 250 लगाए गए हैं। काशी थीम के साथ शिव स्तुति लेजर शो में आकर्षण का केंद्र होगा। यहां वैदिक श्लोक के साथ मॉडर्न थीम को मिक्स साउंड के साथ चलाया जाएगा।
गाय घाट पर आदि देव महादेव की आकर्षक झांकी और अमर जवान ज्योति आकर्षण का केंद्र होगा। घाट की सफाई कराई जा चुकी है। इस बाद घाट पर दीयों से आकर्षक सजावट और रंगोली बनाई जाएगी।
देव दीपावली पर न सिर्फ घाट बल्कि गलियां भी दीयों की रोशनी से गुलजार होंगी। इस मौके पर हजारों दीप जलाए जाएंगे। गलियों में दीये सजाए जाएंगे। पंचगंगा घाट से संबद्ध ब्रह्मचारिणी मंदिर से घाट तक, ब्रम्हा घाट, जेठा फाटक, कपिलेश्वर गली, दूध विनायक आदि गलियों में दीये जलाए जाएंगे।