काशी में देवताओं के धरा पर उतरने का पर्व देव दीपावली मनाने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सिर्फ 12 दिन और शेष बचे हैं। जब दीपों की रोशनी से एक साथ 84 गंगा घाट जगमगा उठेंगे। दीपों की दमक से पहले काशी में पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं। दरअसल, देव दीपावली के मद्देनजर जहां होटलों की बुकिंग फुल हो चुकी है। वहीं तीन घंटे के लिए ढाई से तीन लाख रुपये में बजड़े की बुकिंग हो रही है।
कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को देसी पर्यटकों के आगमन से संजीवनी मिली है। करीब एक माह पहले ही होटलों में बुकिंग फुल हो चुकी है और नावों की बुकिंग भी तेज हो गई है। नाविक वीरेंद्र निषाद के मुताबिक, ढाई लाख से तीन लाख में बजड़े बुक किए जा रहे हैं।
प्रदीप साहनी ने बताया कि छोटी नाव 20 से 25 हजार रुपये में बुक हो रही है। बताया कि देव दीपावली पर काशी में गंगा घाटों की खूबसूरती का गवाह बनने के लिए पर्यटकों के ललक का ही नतीजा है कि वे कोई भी कीमत देने को तैयार हैं। इसके बावजूद होटलों में कमरे उपलब्ध नहीं हैं।
कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को देसी पर्यटकों के आगमन से संजीवनी मिली है। करीब एक माह पहले ही होटलों में बुकिंग फुल हो चुकी है और नावों की बुकिंग भी तेज हो गई है। नाविक वीरेंद्र निषाद के मुताबिक, ढाई लाख से तीन लाख में बजड़े बुक किए जा रहे हैं।
प्रदीप साहनी ने बताया कि छोटी नाव 20 से 25 हजार रुपये में बुक हो रही है। बताया कि देव दीपावली पर काशी में गंगा घाटों की खूबसूरती का गवाह बनने के लिए पर्यटकों के ललक का ही नतीजा है कि वे कोई भी कीमत देने को तैयार हैं। इसके बावजूद होटलों में कमरे उपलब्ध नहीं हैं।