ओरिएंटेशन प्रोग्राम में एमबीबीएस छात्रों को नैतिक, सामाजिक दायित्व समझाए
देवरिया। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए प्रथम वर्ष में छात्रों का प्रवेश हो गया है। छात्रों के लिए ओरिएंटल प्रोग्राम चलाया जा रहा है। शुक्रवार को उन्हें नैतिक, सामाजिक दायित्वों तथा मरीजों की देखरेख का पाठ पढ़ाया गया।
मेडिकल कॉलेज के लेक्चर थियेटर में आयोजित ओरियंटल प्रोग्राम में शुक्रवार को छात्रों को प्रोफेसनलिज्म एंड मेडिकल एथिक्स के बारे में बताया गया। फिजियोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. अनिता रावत ने छात्रों को चिकित्सक के नैतिक व सामाजिक दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही चिकित्सक के रूप में मरीजों के साथ व्यवहार व देखरेख के बारे में बताया।
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की डॉ. सुरुचि ने सामुदायिक चिकित्सा तथा नेशनल मेडिकल काउंसिल द्वारा तय अडप्शन आफ फेमिली के बारे में बताया। कहा कि प्रत्येक छात्र को एक परिवार को गोद लेना है। उसके रहन सहन पर ध्यान देते हुए स्वास्थ्य से संबंधित गतिविधियों पर ध्यान रखने को कहा। डॉ. राजीव किशोर सक्सेना ने छात्रों को व्यवहार कुशलता, ईमानदारी का पाठ पढ़ाया। कहा कि चिकित्सक को कर्तव्य निष्ठा होना चाहिए। साथ ही उनमें प्रेम तथा सेवा की भावना होनी चाहिए। कहा कि ऐसा इलाज व व्यवहार करना चाहिए कि मरीज को लाभ हो, उसका हानि नहीं होना चाहिए।
बायोकेमिस्ट्री विभाग की अध्यक्ष डॉ. श्वेता सिंह ने छात्रों को मेडिकल पढ़ाई, परीक्षा, प्रोग्राम तथा तैयारी करने के बारे में जानकारी दी। साथ ही समाज को चिकित्सक से अपेक्षा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मरीजों से सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करना चाहिए और आदर्श आचरण पेश करना चाहिए। कहा कि छात्रों की ड्रेस स्वच्छ होनी चाहिए। इससे पहले प्रवेश के बाद छात्रों को सर्वप्रथम फिजियोलॉजी विभाग में विभागाध्यक्ष ने पाठ्यक्रम के बारे में बताया। छात्रों को नैतिक जिम्मेदारी व दायित्व की जानकारी दी। असिस्टेंट प्रो. डॉ. देवप्रिया घोष ने छात्रों को विषय के बारे में बताते हुए पोस्टग्रेजुएट की तैयारी की भी विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान डॉ. सोनू कुमार भी मौजूद रहे। इसके बाद विभाग के विभिन्न प्रयोगशाला, क्लीनिकल लैब व अन्य लैब का भ्रमण कराया गया और उन्हें उपकरणों तथा उसके उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही जिला अस्पताल के ब्लड बैंक, ओपीडी, वार्ड का भी भ्रमण कराया गया। इसी क्रम में बायोकेमिस्ट्री में भी विभागाध्यक्ष डॉ. सिंह व डॉ. सक्सेना, डॉ. संजय भट्ट ने छात्रों को विषय के पाठ्यक्रम के बारे में बताया। साथ ही विभाग के लैब, डिमांस्ट्रेशन रूम, रिसर्च लैब दिखाया गया, जहां उपकरणों के उपयोग व सिद्धांतों के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद ट्यूटर ने जिला अस्पताल के पैथालॉजी में बायोकेमिस्ट्री सेक्शन में भ्रमण कराया और ब्लड के परीक्षण की जानकारी दी गई।